ओम निश्चल
देहरादून की लिट फेस्ट की परिकल्पना ही ऐसी अनूठी रही और उस पर संजीव चोपड़ा दम्पती के साथ आप और आपके अलावा अन्य सभी सहचिंतक, सहयोगी, इस परिकल्पना को साकार देने में जो दरियादिली और कर्मठता दिखाई, उसने मन मुग्ध कर दिया। सब कुछ बहुत संजीदगी भरा था। तीन दिनों की मीठी यादें लिए हुए और देहरादून वैली की गूंज अपनी स्मृतियों की जेबों में भरे हुए।