Inaugural: Hon’ble Union Minister, Shri Dharmendra Pradhan
VoW 2020 / Sessions / November 20 / Inaugural: Hon’ble Union Minister, Shri Dharmendra Pradhan
VoW 2020 | November 20 – 9:30 am to 10:00 am | Plenary Stage | Plenary
Inaugural: Hon’ble Union Minister, Shri Dharmendra Pradhan
“From Strength to Strength : Transcending the Pandemic”
Report
Plenary & inaugural, VOW 2020
वैली ऑफ़ वर्ड्स २०२० का हुआ वर्चुअल शुभारंभ
देहरादून में इस साल वैली ऑफ़ वर्ड्स, अंतर्राष्ट्रीय साहित्य एवं कला के चौथे महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस साल कोविड-19 के चलते यह आयोजन वर्चुअल तरीके से हो रहा है। इस आयोजन की तयारी पिछले कई महीनों से चल रही थी। कला एवं साहित्य के विभिन्न आयामों को पुरस्कार देकर उन्हें प्रोत्साहित किया जाएगा।
इसकी शुरुआत आज 20 नवम्बर को9 बजे वर्ड्स ऑफ़ वैली की वेबसाइट पर कार्य़क्रम के प्रमुख डॉ. संजय चोपड़ा द्वारा किया गया। डॉ. चोपड़ा ने पूरे कार्यक्रम के बारे में संक्षिप्त परिचय दिया।
इस सत्र में उनका सहयोग माननीय डॉ.लोबसांग सांगे और पेट्रोलियम मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान जी ने किया। कला एवं साहित्य के इस आयोजन में तिब्बत राष्ट्रपति डॉ. सांगे जी ने बौद्धिक साहित्य के पतन और उसके पुनरुद्धार के मार्ग एवं भारतीय संस्कृति से तिब्बती संस्कृति की समानताएं एवं जुड़ाव को दर्शाया। बौद्धिक साहित्य, सांस्कृतिक साहित्य से अलग न होने के कारण हम साथ मिलकर किस प्रकार उन्हें बढ़ावा दे सकते हैं इसके बारे में बताया। माननीय डॉ. सांगे जी ने आयोजन को वर्त्तमान स्थिति में इसके मूल्य को बताते हुए इनके आयोजकों का धन्यवाद दिया। देश के पुराने साहित्यों को आज की पीढ़ी के सामने लाने में एक कार्यक्रम की बहुत बड़ी भूमिका है। उत्तराखंड एवं तिब्बत हिमालय की गोद में होने के कारण इसकी संस्कृति एवं परम्परों में काफी समानताएं हैं। इन्हें समय के साथ न भूलने एवं आगे बढ़ाने के आदरणीय चौदहवें दलाई लामा जी के सपनों को पूरा करने में काफी सहायक है, इसका श्रेय उन्होंने खास आयोजकों को दिया।
इस सत्र के अगले कड़ी में भारत के वर्त्तमान पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस , इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान जी ने इस आयोजन के व्याख्या करते हुए, महामारी के दौर में साहित्य की ओर लोगों की बढ़ती रूचियों और उनके सही राह दिखाने के बारे में अपने विचार रखे। इस चुनौती की स्थिति में जहाँ दुनिया थम गयी है वहीँ ऊर्जा के क्षेत्र में कई संगठनो को लाभ मिला है। इस आयोजन के चलते लोगों का रुझान कला, संस्कृति, संगीत, साहित्य, फोटोग्राफी आदि के कई आयामों तक गया है। इस आयोजन के माध्यम से लोग उन सबका महत्व समझकर उनके उन्नति में अग्रसर होंगे। अपने विचारों के अंत में उन्होंने ‘सवोय सागा’ नामक किताब के विमोचन की ख़ुशी ज़ाहिर कि इससे उत्तराखंड क्षेत्र के पर्यटन को लाभ होगा। साथ ही उन्होंने साहित्य से जुड़े सभी लोगों को अपनी शुभकामनाएं दी। इस प्लनेरी सत्र के अंत में पुरे कार्यक्रम का वर्चुअल टूर एवं इस आयोजन के चार आयामों का विवरण डॉ. संजय चोपड़ा द्वारा दिया गया।
यह कार्यक्रम 20 से 23 नवम्बर तक चलेगा, जिसमें देशभर से कई साहित्यकार, लेखक, आलोचक और छात्र छात्राएं शामिल होंगे। आयोजकों ने महोत्सव में सात अलग अलग श्रेणयों में किताबों का चयन कर उन्हें वैली ऑफ़ वर्ड्स पुरस्कार देने की तयारी की है। विजेताओं की घोषणा केंद्रीय पेट्रोलियम एवं नेचुरल गैस मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान एवं केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ.जीतेन्द्र सिंह करेंगे।
– जाग्रुति, पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग, देसंविवि